
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। भारत को एक जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेलना है, जो पिछले साल कोरोना की वजह से नहीं हो सका था, लेकिन इस बार भी इस मैच पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। शनिवार के दिन अभ्यास मैच में रोहित शर्मा ने बल्लेबाजी नहीं की थी। इसकी वजह किसी को समझ नहीं आ रही थी, क्योंकि रोहित बहुत अच्छी फॉर्म में भी नहीं हैं और लय में लौटने के लिए अभ्यास मैच जरूरी है, लेकिन देर रात तक उनके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली।
अब टीम इंडिया को पहला टेस्ट कप्तान रोहित के बिना भी खेलना पड़ सकता है। ऐसे में ऋषभ पंत टीम इंडिया की कप्तानी कर सकते हैं। हालांकि, रोहित के फिट होने की भी उम्मीद है, क्योंकि इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज के दौरान केन विलियम्सन और टॉम लाथम भी कोरोना संक्रमित हुए थे, लेकिन दोनों तीसरे टेस्ट मैच में खेल रहे हैं।
क्या है रोहित की स्थिति
रोहित शर्मा को रैपिड एंडीजन टेस्ट में कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसके बाद उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है और बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी देखरेख कर रही है। अब रोहित को लगातार आरटीपीसीआर टेस्ट कराने होंगे और कोरोना से उबरने तक आइसोलेशन में रहना होगा। आरटीपीसीआर टेस्ट में लगातार निगेटिव आने पर रोहित जल्द ही टीम इंडिया के साथ जुड़ सकते हैं।
ये गलतियां पड़ गई भारी
भारत के इंग्लैंड दौरे से पहले रविचंद्रन अश्विन कोरोना संक्रमित हुए थे। इंग्लैंड पहुंचने के बाद विराट कोहली को भी संक्रमण हुआ। इसके बावजूद बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को बायो बबल में रखने के बारे में नहीं सोचा। इसके साथ ही रोहित और विराट बिना मास्क लगाए लंदन में घूमते रहे। उन्होंने फैंस के साथ सेल्फी भी ली, जिसमें मास्क नदारद था। इस पर बीसीसीआई ने नाराजगी भी जताई थी। अब रोहित शर्मा अहम मौके पर संक्रमित हो चुके हैं।
29 मई को खत्म हुए आईपीएल में सभी खिलाड़ी बायो बबल में रह रहे थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मैच शुरू होते ही बीसीसीआई ने बायो बबल खत्म कर दिया। खिलाड़ी लंबे समय से बायो बबल से होने वाली थकान और वर्कलोड को लेकर शिकायत कर रहे थे। हालांकि, बीसीसीआई ने वर्कलोड कम करने की लिए मैच की संख्या तो कम नहीं की, लेकिन बायो बबल हटाकर खिलाड़ियों को मुश्किल में डाल दिया।