2021 में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज भारत और इंग्लैंड के बीच शुरू हुई थी। चार टेस्ट मैचों के बाद भारत 2-1 से आगे है और अब इस सीरीज का निर्णायक मैच 2022 में खेला जाना है। कोविड-19 के चलते 2021 में सीरीज का आखिरी टेस्ट स्थगित करना पड़ा था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के बीच तमाम चर्चा के बाद इकलौता टेस्ट अलग से कराने का फैसला लिया गया। इस इकलौते टेस्ट मैच को लेकर हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि पिछली बार सीरीज में इंग्लैंड की टीम न्यूजीलैंड से हारने के बाद आई थी और इस पर वह उसे हराकर उतरेगी। हालांकि द्रविड़ ने साथ ही कहा कि भारतीय टीम भी मजबूत है और एजबेस्टन में दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
2021 में सीरीज का आखिरी मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाना था, लेकिन इस बार मैच एजबेस्टन में खेला जाएगा। भारत और इंग्लैंड दोनों ही टीमों में उसके बाद से बड़े बदलाव हुए हैं। दोनों ही टीमों के हेड कोच और कप्तान बदल चुके हैं। भारत के हेड कोच उस समय रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली थे, इस बार हेड कोच राहुल द्रविड़ हैं जबकि कप्तानी रोहित शर्मा के हाथों में है। वहीं इंग्लैंड के नए हेड कोच ब्रेंडन मैक्कलम हैं और नए कप्तान बेन स्टोक्स।
राहुल द्रविड़ ने इस इकलौते टेस्ट को लेकर कहा, 'यह सिर्फ एक टेस्ट मैच नहीं है, बल्कि इस पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वॉइंट्स भी दांव पर लगे हुए हैं। जिन्होंने पिछले साल यह सीरीज खेली थी और भारत को बढ़त दिलाई थी, वे इस सीरीज को जीतने के लिए पूरी जान लगा देंगे। इंग्लैंड इस समय काफी अच्छा खेल रहा है, इसका भी हमें ध्यान रखना होगा।'
द्रविड़ ने आगे कहा, 'जब हम पिछले साल इंग्लैंड से भिड़े थे तो परिस्थितियां कुछ अलग थीं। वे न्यूजीलैंड से हारकर आ रहे थे। लेकिन इस बार वे न्यूजीलैंड को हराकर आ रहे हैं। हालांकि हमारी टीम भी काफी मजबूत है, इसलिए मैं एक अच्छे मैच की उम्मीद कर रहा हूं। मुझे टेस्ट क्रिकेट देखना, खेलना और उसके लिए लड़कों को तैयार करना काफी अच्छा लगता है और मैं इसके लिए तैयार हूं।' भारत को गुरुवार से लेस्टरशर के खिलाफ चार दिवसीय प्रैक्टिस मैच खेलना है।