मौलाना अबुल कलाम आजाद : भारत के पहले शिक्षामंत्री से लेकर राष्ट्रवादी तक का सफर, बांग्लादेश बनने की भी कर दी थी भविष्यवाणी


मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म आज ही के दिन 11 नवंबर 1888 को सऊदी अरब के मक्का शहर में एक भारतीय परिवार में हुआ था। मौलाना अबुल कलाम आजाद का परिवार 1857 की क्रांति के बाद भारत छोड़कर मक्का चला गया था, परंतु वर्ष 1898 में मौलाना अबुल कलाम आजाद का परिवार वापस भारत आ गया और कोलकाता में आकर बस गए। बचपन से ही लिखने के शौकीन मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री होंगे यह किसने सोचा था। उनकी इस कला के साथ साथ राष्ट्रीय एकता की सोच ने उन्हें भारत का पहला शिक्षामंत्री बनाया। तो आइए जानते हैं मौलाना अबुल कलाम आजाद की स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बनने से लेकर राष्ट्रवादी सोच और बांग्लादेश बनने की भविष्यवाणी की कहानी...

राष्टवादी एकता को बनाया था हथियार  (Nationalist unity was made a weapon) -

भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने राष्ट्रीय एकता को अंग्रेजों के विरुद्ध हथियार बनाया था। वर्ष 1921 में उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में दिए अपने एक भाषण में उन्होंने कहा था ''मैं यह बताना चाहता हूं कि मैंने अपना सबसे पहला लक्ष्य हिंदू-मुस्लिम एकता रखा है। मैं दृढ़ता के साथ मुसलमानों से कहना चाहूंगा कि यह उनका कर्तव्य है कि वे हिंदुओं के साथ प्रेम और भाईचारे का रिश्ता कायम करें, जिससे हम एक सफल राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे।" मौलाना अबुल कलाम आजाद राष्ट्रीय एकता को सबसे ऊपर रखते थे। उनके लिए देश की आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण हिंदुओं और मुसलमानों की एकता थी। 

अगर स्वर्ग की देवी भी दें स्वतंत्रता तो नहीं होगी स्वीकार (If the goddess of heaven also gives freedom then it will not be accepted) -

मौलाना अबुल कलाम आजाद एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे उनके लिए देश की आजादी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हिंदू मुस्लिम एकता थी। अपने कई संबोधनों में उन्होंने हिंदू मुस्लिमों को एक साथ रहकर भारत देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने  का जिक्र किया था। मौलाना अबुल कलाम आजाद के इस वाक्य को कौन भूल सकता है, जब उन्होंने कहा था कि ''आज अगर कोई देवी स्वर्ग से उतरकर भी यह कहे कि वह हमें हिंदू-मुस्लिम एकता की कीमत पर 24 घंटे के भीतर स्वतंत्रता दे देगी, तो मैं ऐसी स्वतंत्रता को त्यागना बेहतर समझूंगा। स्वतंत्रता मिलने में होने वाली देरी से हमें थोड़ा नुकसान तो ज़रूर होगा, लेकिन अगर हमारी एकता टूट गई तो इससे पूरी मानवता का नुकसान होगा।"

बांग्लादेश बनने की कर दी थी भविष्यवाणी (had predicted to become Bangladesh) -

मौलाना अबुल कलाम आजाद सच्चे राष्ट्रभक्त होने के साथ-साथ बेहतर दूरदर्शी भी थे। पाकिस्तान मुल्क बनने से पहले ही मौलाना अबुल कलाम आजाद ने कहा था कि पाकिस्तान देश ज्यादा दिन तक एकजुट होकर नहीं रह सकेगा  और यहां राजनीतिक नेतृत्व की जगह सेना का शासन रहेगा। मौलाना अबुल कलाम आजाद ने तो यहां तक कह दिया था कि यह देश भारी कर्ज में डूब जाएगा इतना ही नहीं पड़ोसी देशों के साथ इसके संबंध युद्ध के हालातों जैसे होंगे। वर्ष 1946 में की हुई मौलाना अबुल कलाम आजाद किया भविष्यवाणी आज साबित हो गई है पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के हालात इस समय विश्व के सामने हैं वही मौलाना अबुल कलाम ने एकजुटता के टूटने की जो बात की थी वह भी बांग्लादेश के रूप में निखर कर सामने आई। भारत और  पाकिस्तान के बंटवारे के समय भी मौलाना अबुल कलाम आजाद ने मुसलमानों से कहा था कि वह तक भारत छोड़कर पाकिस्तान ना जाएं ।

1947 में बने स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षामंत्री (Independent India's first education minister in 1947) -

मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी सच्ची राष्ट्रभक्ति राष्ट्रीय एकता और दूरदर्शी सोच के कारण स्वतंत्र भारत का पहला शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की कैबिनेट में उन्हें वर्ष 1947 में भारत देश का शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया। वर्ष 1947 से 1958 तक भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभालते रहे। वहीं हार्ट अटैक की वजह से 22 फरवरी 1958 को उनका निधन हो गया। उनकी मृत्यु के 30 वर्ष पश्चात यानी कि वर्ष 1992 में उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। शिक्षा मंत्री के पद पर तैनात रहते हुए मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिसे भुलाया नहीं जा सकता।

हर खबर की अपडेट सबसे पहले प्राप्त करें - 

आपके काम की हर महत्वपूर्ण खबर और अपडेट उपलब्ध है हमारे इस वेबसाइट पर। चाहे हो रोजगार से जुड़ी खबर या हो योजनाओं संबंधी जानकारी हर अपडेट और हर खबर आपको मिलेगी हमारे इस वेबसाइट पर। अगर आप चाहते हैं कि जब भी हम कोई खबर प्रकाशित करें तो आपको उसका नोटिफिकेशन मिले तो आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं जिसका लिंक इस पोस्ट के नीचे हरे रंग की पट्टी में दिया गया है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं और हर अपडेट का नोटिफिकेशन सबसे तेज और पहले प्राप्त कर सकते हैं। हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपको हर खबर का नोटिफिकेशन सबसे तेज मिल जाता है और आपसे आपके काम की कोई भी महत्वपूर्ण खबर नहीं छूटती है।
Previous Post Next Post
फास्टर अप्डेट्स के लिए जुड़िये हमारे टेलीग्राम चैनल से - यहाँ क्लिक करिये

CLOSE ADVERTISEMENT